बाबा उन भक्तों के वश में हो जाते है लिरिक्स
Baba Un Bhakto Ke Vash Me Ho Jate Hai
बाबा उन भक्तों के वश में हो जाते है लिरिक्स (हिन्दी)
तर्ज: सावन का महीना।
बाबा उन भक्तों के,
वश में हो जाते है,
रोज नियम से,
श्याम को जो भी,
भजन सुनाते है।।
सुर ना ही ताल देखे,
देखता ये भाव है,
बढ़ जाता सांवरे का,
उनसे लगाव है,
उनके घर में बाबा,
नित आते जाते है,
रोज नियम से,
श्याम को जो भी,
भजन सुनाते है।।
रीझता नहीं है बाबा,
दौलत के जोर से,
खिंचा चला आए केवल,
भजनो की डोर से,
भजनो के लालच में,
ये दौड़ के आते है,
रोज नियम से,
श्याम को जो भी,
भजन सुनाते है।।
श्याम मिलन का माधव,
भजन ही है जरिया,
मिलता है भजनो से,
मेरा सावंरिया,
श्याम प्रभु आकर के,
उन्हें दरश दिखाते है,
रोज नियम से,
श्याम को जो भी,
भजन सुनाते है।।
बाबा उन भक्तों के,
वश में हो जाते है,
रोज नियम से,
श्याम को जो भी,
भजन सुनाते है।।
बाबा उन भक्तों के वश में हो जाते है Video
बाबा उन भक्तों के वश में हो जाते है Video
Browse all bhajans by Abhishek Sharma