Classic Khatu Shyam Bhajan – Aaye Hai Din Phaagan ke by Shankar Chaudhury
आज नहीं तोह कब नाचोगे आज नहीं तोह कब नाचोगे
बीत गए दिन सावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
यही वो दिन घर – घर कीर्तन होता
बाबा से जाके मिलाने का मनन होता
आये है दिन खाटू जाकर गीत श्याम के गावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
आज नहीं तोह कब नाचोगे आज नहीं तोह कब नाचोगे
बीत गए दिन सावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
यही वो दिन घर – घर कीर्तन होता
बाबा से जाके मिलाने का मनन होता
आये है दिन खाटू जाकर गीत श्याम के गावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
आज नहीं तोह कब नाचोगे आज नहीं तोह कब नाचोगे
बीत गए दिन सावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के.
गाडी की सब टिकेट कटावण लागे
बाबा से सब हेत लगावन लागे
आये है दिन शिखर बांध पर श्याम नीसाण चढ़ावां के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
आज नहीं तोह कब नाचोगे आज नहीं तोह कब नाचोगे
बीत गए दिन सावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
एहि वो दिन खाटू नगरीय सजती
ऐसे की जैसे कोई दुल्हनिया लगती
बाबा बनेंगे दूल्हे राजा यह दिन बेंड बजावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के
आज नहीं तोह कब नाचोगे आज नहीं तोह कब नाचोगे
बीत गए दिन सावन के
आये है दिन फागण के आये है दिन नाचन के