रघुनाथ के चरणों में दे दो जीवन की नाव रे लिरिक्स
Raghunath Ke Charno Me De Do Jeevan Ki Naav Re
रघुनाथ के चरणों में दे दो जीवन की नाव रे लिरिक्स (हिन्दी)
तर्ज: अखियों के झरोखों से।
रघुनाथ के चरणों में,
दे दो जीवन की नाव रे,
जो उनसे दया पाए,
तक़दीर संवर जाए।।
विश्वास को तू अपने,
कभी खोने नहीं देना,
चरणों से अलग,
इस मन को कभी,
तुम होने नहीं देना,
सत छोड़ कुपथ पर तू,
कभी देना ना पाँव रे,
जो उनसे दया पाए,
तक़दीर संवर जाए।।
जो भी ईश्वर की भक्ति में,
तन मन से लगा है,
पहरा करने उसका प्रभु,
हमेशा जगा है,
उसपे ना किसी का भी,
चलता है दाव रे,
जो उनसे दया पाए,
तक़दीर संवर जाए।।
रघुनाथ के चरणों में,
दे दो जीवन की नाव रे,
जो उनसे दया पाए,
तक़दीर संवर जाए।।
रघुनाथ के चरणों में दे दो जीवन की नाव रे Video
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Dhiraj Kant
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