नगरी हो उज्जैन जैसी क्षिप्रा का किनारा हो लिरिक्स Nagri Ho Ujjain Jaisi नगरी हो उज्जैन जैसी क्षिप्रा का किनारा हो लिरिक्स (हिन्दी) तर्ज: नगरी हो अयोध्या सी। नगरी हो उज्जैन जैसी, क्षिप्रा का किनारा हो, और चरण हो महाकाल के, जहां मेरा ठिकाना हो।। ना दौलत हमें चाहिए, ना स्वर्ग हमें जाना, बस महाकाल […]