दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल आँखों के पट बंद कर मन के दरवाजे खोल,

दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल – २
आँखों के पट बंद कर – २ , मन के दरवाजे खोल,
दादी दादी बोल रे मन दादी दे बोल ।

कलयुग की अवतारी मईया झुंझुनू में है धाम – २
मिश्री से भी मिठो लागे दादी जी को नाम ,
जप ले माँ का नाम तू – २ , वाणी में अमृत घोल,
दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल ।

या तू कह ले रानी सती या भज ले माँ नारायणी – २ 
नाम कई है दादी के,ये तो जग की महारानी ,
पल में रीझ जायेगी माँ – २ ,भाव से तू तोल ,
दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल ।

सौरभ मधुकर इक दिन तुझको ये जग छोड़ के जाना – २
अब भी समय है लूट ले प्यारे दादी नाम खजाना ,
पूँजी दादी नाम की – २ , तू पाई पाई जोड़ ,
दादी दादी बोल रे मन दादी दादी बोल ।

See also  श्याम थारी शोभा सबसे न्यारी है | Lyrics, Video | Krishna Bhajans

Browse Temples in India