गुरुदेव कृपा करके मेरी बात बनादो ना, बिगड़ी कई जन्मों की इस बार बनादो ना
गुरुदेव कृपा करके मेरी बात बनादो ना,
बिगड़ी कई जन्मों की इस बार बनादो ना॥
गुरुदेव……..
मेरा हाथ पकड़ लो ना, झूठे जन्मों का घेरा
मुझे कुछ भी करण ना दे, मोह माया का घेरा॥
मेरे सीने मन आँगन में-॥,गिरधर को बसा दोना
गुरुदेव…….
तुम बनके माझी मेरी, नैया पार लगादो ना।
जो हो गयी गलती मिझसे, अब उसको भूलादो ना॥
मेरे मनके अँधेरे में-॥, इक ज्योत जगादो ना॥
गुरुदेव……..
इस भटके बावरे को, रास्ता तो दिखादो ना।
ले शरण मुझको अपने, चरणों से लगालो ना॥
अब बीत चला जीवन-॥ मुझे श्याम मिलादो ना॥