कनक भवन दरवाजे पड़े रहो Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs
कनक भवन दरवाजे पड़े रहो Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो लिरिक्स

Kanak Bhawan Darwaje Pade Raho

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो लिरिक्स (हिन्दी)

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

सुघर सोपान द्वार सुहावे,
छटा मनोहर मोहे मन भावे,
सुन्दर शोभा साजे पड़े रहो,
कनक भवन दरवाजे पड़े रहों,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

आवत जात संत जन दर्शत,
दर्शन करि के सुजन मन हर्षत,
देखत कलि मल भागे पड़े रहो,
कनक भवन दरवाजे पड़े रहों,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

अवधबिहारी सिंघासन सोहे,
संग श्रीजनकलली मन मोहे,
अति अनुपम छवि छाजे पड़े रहो,
कनक भवन दरवाजे पड़े रहों,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

श्रीसियाराम रूप हिय हारि,
लखि राजेश जाए बलिहारी,
कोटि काम रति लाजे पड़े रहो,
कनक भवन दरवाजे पड़े रहों,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो,
जहाँ सियारामजी विराजे पड़े रहो।।

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो Video

कनक भवन दरवाजे पड़े रहो Video

Browse all bhajans by Maithili Thakur
See also  अपना हरी है हजार हाथ वाला भजन लिरिक्स

Browse Temples in India