तेरे मन में राम
तेरे मन में राम

तेरे मन में राम – Shri Anup Jalota (Tere Man Main Ram…)

तेरे मन में राम, तन में राम, रोम रोम में राम रे,
राम सुमीर ले, ध्यान लगाले, छोड़ जगत के काम रे ।
बोलो राम, बोलो राम, बोलो राम राम राम ॥

माया में तू उलझा उलझा धर धर धुल उडाये,
अब क्यों करता मन भारी जब माया साथ छुडाए ।
दिन तो बीता दोड़ दूप में, बीत ना जाए शाम रे,
बोलो राम, बोलो राम, बोलो राम राम राम ॥

तन के बीतर पांच लुटेरे डाल रहें हैं डेरा,
काम क्रोध मद लोभ मोह ने तुझ को कैसा घेरा ।
भूल गया तू राम रटन, भूला पूजा का काम रे,
बोलो राम, बोलो राम, बोलो राम राम राम ॥

बचपन बीता खेल खेल में भरी जवानी सोया,
देख बुढापा अब तो सोचे, क्या पाया क्या खोया ।
देर नहीं है अब भी बन्दे, लेले उस का नाम रे,
बोलो राम, बोलो राम, बोलो राम राम राम ॥

https://youtu.be/DCg8srSth9o

Browse all bhajans by Anup Jalota
See also  करो अलख री आरतियाँ चौसठ जोगण नगर पूरबे Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

Browse Temples in India