Shri Krishna Bhajan I Main Gwalo Rakhwalo Maiya I Girdhar Bhanushali
मैं ग्वालो रखवालो मैया
मैं ग्वालो रखवालो मैया
माखन नाहि चुरायो
माखन नाहि चुरायो
कौन कमी माखन की अपने जो मैं परघर जाऊँ
राज में तेरे चाहे जितनो खाऊँ और खिलाऊँ
चोर न होवे लाल तिहारो काहे मन भरमायो
काहे मन भरमायो
मैं ग्वालो रखवालो मैया
माखन नाहि चुरायो
माखन नाहि चुरायो
तू मैया है स्नेह की ज्योति हुम सब तेरि किरणें
तेरे आँचल की छाया में बहते सुख की झरने
तेरे चरणों की धूली में मैय्या स्वर्ग समायो
मैय्या स्वर्ग समायो
मैं ग्वालो रखवालो मैया
माखन नाहि चुरायो
माखन नाहि चुरायो
बृज को माखन मेरो माखन नाही ये बरजोरी
ये अधिकार जनम को मेरो कौन कहे ये चोरी
वो मूरख अज्ञानी जिसने मोहे चोर बतायो
मोहे चोर बतायो
मैं ग्वालो रखवालो मैया
माखन नाहि चुरायो
माखन नाहि चुरायो