मुकद्दर के मालिक मुकद्दर बना दे भजन लिरिक्स Muqaddar Ka Malik Muqaddar Bana De मुकद्दर के मालिक मुकद्दर बना दे भजन लिरिक्स (हिन्दी) मुकद्दर के मालिक, मुकद्दर बना दे, सोया नसीबा मेरा, फिर से जगा दे।। मेरी एक अरज है, अगर मान जाते, उमर हो गई है, रिझाते रिझाते, एक बार आकर मोहन, दरश तो […]