ब्रह्मानंद गिरी जी की आरती लिरिक्स bhraman nand giri ji aarti ब्रह्मानंद गिरी जी की आरती लिरिक्स (हिन्दी) जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी , निज भक्तन के तुमने, पूर्ण कारज करे , जय ब्रह्मानन्द गिरी जी, स्वामी जय ब्रह्मानन्द गिरी जी , रत्नसिंहासन राजत, सेवक भक्त खड़े, खेवत धूप अग्नि पर, […]