भव्य निराला प्रेम लिरिक्स bhavy nirala prem भव्य निराला प्रेम लिरिक्स (हिन्दी) द्वारिका में रखा सुदामा ने, पहला कदम, उसी पल हो गयी, आँखे कान्हा की नम, कैसे दौड़े कन्हैया कुछ कहा नहीं जाये , बिना मिले मेरे शाम से अब रहा नहीं जाये , कान्हो को देख सुदामा, भूल गए गम , अपने हाथो […]