रे मन प्रति स्वांस पुकार यही जय राम हरे घनश्याम हरे लिरिक्स Re Man Prati Swas Pukar Yahi रे मन प्रति स्वांस पुकार यही जय राम हरे घनश्याम हरे लिरिक्स (हिन्दी) रे मन प्रति स्वांस पुकार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे, तन नौका की पतवार यही, जय राम हरे घनश्याम हरे।। जग में व्यापक […]