छोड़ दे मनवा मन मस्ती सोंह शिखर गढ है बस्ती लिरिक्स Chod De Manwa Man Masti Bhajan छोड़ दे मनवा मन मस्ती सोंह शिखर गढ है बस्ती लिरिक्स (हिन्दी) छोड़ दे मनवा मन मस्ती, सोंह शिखर गढ है बस्ती।। इंगला पिंगळा अर्धंग नारी, चांद सूरज घर रह लगती, गंगा जमना बहे सरस्वती, स्वास स्वास की […]