तिरलोकी रो नाथ जाट घर रह गयो हाळी रे लिरिक्स triloki ro nath jaat ghar rah gayo haali Re तिरलोकी रो नाथ जाट घर रह गयो हाळी रे लिरिक्स (हिन्दी) सौ बीघा को खेत जाट रो राम भरोसे खेती रे आधा में बाया गेहूँ चणा नै आधा में दाणा मैथी रे बिना बाड़ रो खेत […]