Sudhanshuji Maharaj bhajan-Kisi Ke Kaam Jo Aaye
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
कभी धनवान है कितना
कभी इंसान निर्धन है
कभी सुख है, कभी दुःख है
इसी का नाम जीवन है
जो मुश्किल में ना घबराए,
उसे इंसान कहते है
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
ये दुनिया एक उलझन है.
कही धोखा, कही ठोकर।
कोई हंस हंस के जीता है.
कोई जीता है रो रो कर।
जो गिर कर फिर संभल जाए
उसे इंसान कहते है॥
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
अगर गलती रुलाती है,
तो ये राह भी दिखाती है।
मानुष गलती का पुतला है,
ये अक्सर हो ही जाती है।
जो गलती कर के पछताए
उसे इंसान कहते है॥
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
किसी के काम जो आये,
उसे इंसान कहते है
पराया दर्द अपनाए,
उसे इंसान कहते है
https://youtu.be/yT57EC30vCI
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