ऊबो थारी हाजरी बजाऊं सांवरा, बोल कुण सो भजन सुनाऊं सांवरा,
ऊबो थारी हाजरी बजाऊं सांवरा,
बोल कुण सो भजन सुनाऊं सांवरा,
बोल कुणसी सेवा निभाउँ सांवरा,
बोल तन्ने की कर रिझाऊं सांवरा
भाव भजन म्हारे समझ ना आये,
भाव में तो हिवड़ो भर-भर आये
बोल कितना आँसुड़ा बहाऊँ सांवरा,
बोल तन्ने की कर रिझाऊं सांवरा
हर्ष भरूं या सिणगार मैं गाऊं,
किन विधि थारा वारणा उतारूँ,
शब्द के सिणगार के सजाऊँ सांवरा,
बोल तन्ने की कर रिझाऊं सांवरा
तन-मन-धन श्याम तेरो है,
कुछ भी नहीं प्रभु मेरो है,
चरणां में भेंट के चढाऊँ सांवरा,
बोल तन्ने की कर रिझाऊं सांवरा