Anup Jalota – Itna To Karna Swami (Bhajan Sandhya Vol-2) (Hindi)
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
गोविन्द नाम लेके
तब प्राण तन से निकले
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
गोविन्द नाम लेके
तब प्राण तन से निकले
श्री गंगा जी का तट हो
यमुना का वंशीवट हो
श्री गंगा जी का तट हो
यमुना का वंशीवट हो
मेरा सांवरा निकट हो
जब प्राण तन से निकले
यमुना का वंशीवट हो
श्री गंगा जी का तट हो
यमुना का वंशीवट हो
मेरा सांवरा निकट हो
जब प्राण तन से निकले
पीताम्बरी कसी हो
छवि मन में ये बसी हो
पीताम्बरी कसी हो
छवि मन में ये बसी हो
होठों पे कुछ हसी हो
जब प्राण तन से निकले
छवि मन में ये बसी हो
पीताम्बरी कसी हो
छवि मन में ये बसी हो
होठों पे कुछ हसी हो
जब प्राण तन से निकले
जब कंठ प्राण आये
कोई रोग ना सताये
जब कंठ प्राण आये
कोई रोग ना सताये
यम दर्श ना दिखाए
जब प्राण तन से निकले
कोई रोग ना सताये
जब कंठ प्राण आये
कोई रोग ना सताये
यम दर्श ना दिखाए
जब प्राण तन से निकले
उस वक़्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना
उस वक़्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना
राधे को साथ लाना
जब प्राण तन से निकले
नहीं श्याम भूल जाना
उस वक़्त जल्दी आना
नहीं श्याम भूल जाना
राधे को साथ लाना
जब प्राण तन से निकले
एक भक्त की है अर्जी
खुदगर्ज की है गरजी
एक भक्त की है अर्जी
खुदगर्ज की है गरजी
आगे तुम्हारी मर्जी
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले
Browse all bhajans by Anup Jalotaखुदगर्ज की है गरजी
एक भक्त की है अर्जी
खुदगर्ज की है गरजी
आगे तुम्हारी मर्जी
जब प्राण तन से निकले
इतना तो करना स्वामी
जब प्राण तन से निकले