Agar Dil Khola Hota Dildar Se Romi Shyam Bhajan
अगर दिल होता इस दिलदार से
खुलवाना न पड़ता फिर औजार से
अगर दिल होता इस दिलदार से
खुलवाना न पड़ता फिर औजार से …२
दिल की होती तुमको कही बीमारी न
दिल की होती तुमको कही बीमारी न
दिल की बाते कर लेते दिलदार से
अगर दिल होता इस दिलदार से
खुलवाना न पड़ता फिर औजार से …२
प्यार के दो पल मिले
इसे प्यार से जी ले
दिल की हक़ीक़त को सदा
दिलदार ही जाने
हाल ए दिल रोमी स्वर
यार ही जाने
मरहूम रखवाया होता
सावरे यार से …२
खुलवाना न पड़ता फिर औजार से …२
क्योंकि बिगड़ी सवार ….
बिगड़ी सवार ….
बिगड़ी सवार देता है
तू जिंदगी भी उधार देता है …२
जिसको भरोसा तेरा कन्हैया
डूबती को तार देता है
तू जिंदगी भी उधार देता है …२
है भावना तेरी प्रबल तो
क्यों घबराता है
प्रेम हमको श्याम के नज़दीक लाता है
नरशी सी हो श्रद्धा
अगर मीरा सी भक्ति हो
कर्मा के धीरज के जैसी
हम में शक्ति हो
कहे तारो की बिंदु रानी का
ये साथ निभाते है
जब पुकारे प्रेम से
प्रभु दौड़े आते है