Hum Pe Hai Tera Upkar Beautiful Bhajan of Shri krishna Harmahennder Singh “Romi”
हम पे है तेरा उपकार ओ बाबा हम तो पले है तेरी छाओ में
जब से जुड़ा हु तेरे दरबार से मैं बाबा तेरा साथ पाया,
सुख हो या दुःख हो सदा अपने सिर पर मैंने तेरा हाथ पाया,
इतना दिया है तूने प्यारे ओ बाबा हम तो पले है तेरी छाओ में
एहसान इतनी मुझपे किये है तूने कैसे गिनाऊ,
रोम रोम डूबा तेरे कर्जे में कर्जा कैसे चुकाऊ,
तुम ने सवारा परिवार,
ओ बाबा हम तो पले है तेरी छाओ में
दिल की तू समजे बिन समजाये ऐसा एहसा होता,
जब जब पुकारू तुमजो लगता है मेरे तू आस पास होता,
ऐसे जुड़े है दिल के तार
ओ बाबा हम तो पले है तेरी छाओ में
अंतिम सफर में अंतिम डगर तक मेरा साथ निभाना,
अंतिम समय में मेरी ऊँगली पकड़ के मेरे संग ले जाना,
रोमी की इतनी मनुहार,
ओ बाबा हम तो पले है तेरी छाओ में