8 (12), Bhagavad Gita: Chapter 13, Verse 8
8 (12), Bhagavad Gita: Chapter 13, Verse 8

अमानित्वमदम्भित्वमहिंसा क्षान्तिरार्जवम् |
आचार्योपासनं शौचं स्थैर्यमात्मविनिग्रह: || 8||

amānitvam adambhitvam ahinsā kṣhāntir ārjavam
āchāryopāsanaṁ śhauchaṁ sthairyam ātma-vinigrahaḥ

Audio

भावार्थ:

श्रेष्ठता के अभिमान का अभाव, दम्भाचरण का अभाव, किसी भी प्राणी को किसी प्रकार भी न सताना, क्षमाभाव, मन-वाणी आदि की सरलता, श्रद्धा-भक्ति सहित गुरु की सेवा, बाहर-भीतर की शुद्धि (सत्यतापूर्वक शुद्ध व्यवहार से द्रव्य की और उसके अन्न से आहार की तथा यथायोग्य बर्ताव से आचरणों की और जल-मृत्तिकादि से शरीर की शुद्धि को बाहर की शुद्धि कहते हैं तथा राग, द्वेष और कपट आदि विकारों का नाश होकर अन्तःकरण का स्वच्छ हो जाना भीतर की शुद्धि कही जाती है।) अन्तःकरण की स्थिरता और मन-इन्द्रियों सहित शरीर का निग्रह॥7॥

Translation

Humbleness; freedom from hypocrisy; non-violence; forgiveness; simplicity; service of the Guru; cleanliness of body and mind; steadfastness; and self-control; dispassion toward the objects of the senses; absence of egotism; keeping in mind the evils of birth, disease, old age, and death; non-attachment; absence of clinging to spouse, children, home, and so on; even-mindedness amidst desired and undesired events in life; constant and exclusive devotion toward Me; an inclination for solitary places and an aversion for mundane society; constancy in spiritual knowledge; and philosophical pursuit of the Absolute Truth—all these I declare to be knowledge, and what is contrary to it, I call ignorance.

English Translation Of Sri Shankaracharya’s Sanskrit Commentary By Swami Gambirananda

See also  Bhagavad Gita: Chapter 6, Verse 20

Browse Temples in India

Recent Posts

था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

गणपति बप्पा के भक्तों के लिए प्रस्तुत है एक सुंदर राजस्थानी शैली में रचा गया भजन – “था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज”। इस भजन में भक्त गणराज श्री गणेश जी से निवेदन करता है कि…

शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना” एक अत्यंत भावुक और आत्मा को छू जाने वाला भजन है, जिसे मधुर स्वर में सुधांशु जी महाराज ने प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत प्रभु श्रीहरि की शरणागति, करुणा…

ओ अवसर हे राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“ओ अवसर है राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे” एक अत्यंत प्रेरणादायक राम भजन है जिसे सुखदेव जी महाराज ने अपनी भावपूर्ण वाणी से प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत जीवन की नश्वरता और राम नाम की…

ये बाबा तो मेरा रखवाला है लिरिक्स | Shyam Baba Bhajan Lyrics | Rajni Ji Bhakti Song

Ye Baba To Mera Rakhwala Hai एक भावुक और आत्मिक भजन है जो श्याम बाबा की कृपा और संरक्षण की भावना को दर्शाता है। जब जीवन में अंधेरा छा जाए, जब राह न दिखे—तब यही बाबा हमारे साथ होते…

बाबा तेरा प्यार मिला मिल गया जग सारा लिरिक्स | Baba Bhajan Lyrics Hindi | Sunanda Choubisa Bhakti Song

Baba Tera Pyar Mila Mil Gaya Jag Saara एक भावपूर्ण भक्ति गीत है जो भक्ति, आस्था और दिव्य प्रेम से ओतप्रोत है। इस सुंदर भजन को सुनंदा चौबीसा ने मधुर स्वर में गाया है और कपिल शर्मा द्वारा रचित…

गुरु सम दाता नाही जगत के माही लिरिक्स | Guru Bhajan in Hindi | Manohar Parsoya Bhakti Song

Guru Sam Data Nahi Jagat Ke Mahi एक अत्यंत प्रेरणादायक गुरु भजन है जिसे मनोहर परसोया ने स्वरबद्ध किया है। यह भजन गुरु की महिमा, उसकी कृपा, और संसार में गुरु की तुलना न होने वाले दाता के रूप…

म्हारा सतगुरु देवे उपदेश चालो सतसंग में लिरिक्स | Bhajan Lyrics in Hindi | Manohar Parsoya

Mhara Satguru Deve Updesh Chalo Satsang Mein – एक आध्यात्मिक भजन जो जीवन को सत्य और साधना की ओर प्रेरित करता है। यह भजन मनोहर परसोया द्वारा गाया गया है और सत्संग की महिमा, गुरु की कृपा और मानव…