सुहृन्मित्रार्युदासीनमध्यस्थद्वेष्यबन्धुषु । साधुष्वपि च पापेषु समबुद्धिर्विशिष्यते ॥
सुहृन्मित्रार्युदासीनमध्यस्थद्वेष्यबन्धुषु । साधुष्वपि च पापेषु समबुद्धिर्विशिष्यते ॥

सुहृन्मित्रार्युदासीनमध्यस्थद्वेष्यबन्धुषु |
साधुष्वपि च पापेषु समबुद्धिर्विशिष्यते || 9||

suhṛin-mitrāryudāsīna-madhyastha-dveṣhya-bandhuṣhu
sādhuṣhvapi cha pāpeṣhu sama-buddhir viśhiṣhyate

Audio

भावार्थ:

सुहृद् (स्वार्थ रहित सबका हित करने वाला), मित्र, वैरी, उदासीन (पक्षपातरहित), मध्यस्थ (दोनों ओर की भलाई चाहने वाला), द्वेष्य और बन्धुगणों में, धर्मात्माओं में और पापियों में भी समान भाव रखने वाला अत्यन्त श्रेष्ठ है॥9॥

Translation

The yogis look upon all—well-wishers, friends, foes, the pious, and the sinners—with an impartial intellect. The yogi who is of equal intellect toward friend, companion, and foe, neutral among enemies and relatives, and impartial between the righteous and sinful, is considered to be distinguished among humans.

English Translation Of Sri Shankaracharya’s Sanskrit Commentary By Swami Gambirananda

See also  आँखों में हों आंसू और होठों पे माँ का नाम क्यूँ नहीं रिझेगी मेरी माँ, क्यों नहीं मानेगी मेरी माँ

Browse Temples in India

Recent Posts

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय-3 : कर्म योग (Bhagavad Gita Chapter 3 in Hindi)

कर्म योग भगवद गीता का तीसरा अध्याय है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि केवल ज्ञान से नहीं, बल्कि निष्काम कर्म से मुक्ति प्राप्त होती है। मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन अवश्य करना चाहिए।जो लोग कर्म…

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय-2 : सांख्य योग (Bhagavad Gita Chapter 2 in Hindi)

सांख्य योग भगवद गीता का दूसरा अध्याय है। इसे गीता का हृदय भी कहा जाता है क्योंकि इसमें आत्मा का स्वरूप, नश्वर और अमर तत्वों का भेद, कर्तव्य पालन का महत्व और निष्काम कर्मयोग की शिक्षा दी गई है।…

Shri Atmavireshwar Mahadev Temple – Varanasi

Shri Atmavireshwar Mahadev Temple is one of the prominent and sacred Shiva temples in Kashi (Varanasi), Uttar Pradesh. Dedicated to Lord Shiva in the form of Atmavireshwar, this temple is part of the famous Kashi Khand temples mentioned in…

था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

गणपति बप्पा के भक्तों के लिए प्रस्तुत है एक सुंदर राजस्थानी शैली में रचा गया भजन – “था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज”। इस भजन में भक्त गणराज श्री गणेश जी से निवेदन करता है कि…

शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना” एक अत्यंत भावुक और आत्मा को छू जाने वाला भजन है, जिसे मधुर स्वर में सुधांशु जी महाराज ने प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत प्रभु श्रीहरि की शरणागति, करुणा…

ओ अवसर हे राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“ओ अवसर है राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे” एक अत्यंत प्रेरणादायक राम भजन है जिसे सुखदेव जी महाराज ने अपनी भावपूर्ण वाणी से प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत जीवन की नश्वरता और राम नाम की…