फागुन का महीना चलो मालपुरा दरबार लिरिक्स
Fagun Ka Mahina Chalo Malpura Darbar
फागुन का महीना चलो मालपुरा दरबार लिरिक्स (हिन्दी)
तर्ज: सावन का महीना।
फागुन का महीना,
चलो मालपुरा दरबार,
दादा गुरु संग होली,
हम खेलेंगे इस बार।।
रंग रंगीला फागुन ये आया,
दादा गुरु ने मालपुरा बुलाया,
दूर दूर से आते है लाखो ही नर नार,
दादा गुरु संग होली,
हम खेलेंगे इस बार।।
दादा गुरु की दुनिया दीवानी है,
कुशल गुरु से मेरी प्रीत पुरानी है,
सोनू मालपुरा में आता रहूँ हरबार,
दादा गुरु संग होली,
हम खेलेंगे इस बार।।
अमावास को स्वर्ग सिधारे,
पूनम को दादा गुरुवर दर्श दिखाये,
उदयराज की अर्जी करली तुमने स्वीकार,
दादा गुरु संग होली,
हम खेलेंगे इस बार।।
फागुन का महीना,
चलो मालपुरा दरबार,
दादा गुरु संग होली,
हम खेलेंगे इस बार।।
Bhikham Jain
फागुन का महीना चलो मालपुरा दरबार Video
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