हरी को पुकारूँ सुबह शामहरी के भजन बिन जीवन सूना कैसे मान समझौं

हरी को पुकारूँ सुबह शामहरी के भजन बिन जीवन सूना
कैसे मान समझौं
छ्चोड़ के जुग के बंधन मैं तो
द्वार हरी के जौन
हरी के चरण पड़ून हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ मुरली मनोहर कृपा सरोवर
जाग के पालन हारी
भक्ति दान दो गिरधर नागर
शरण पड़े जो टिहरी
विनती हरी से करूँ हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँहरी का भजन करूँ हरी को नमन करूँ
हरी को पुकारूँ सुबह शाम

https://youtu.be/3Ha3dxnSR8k

See also  इश्स जीने को दुश्वार ना कार्दुन या रब इश्स खाब से हर शाम को पी लेता हूँ Lyrics Bhajans Bhakti Songs

Browse Temples in India

Recent Posts