“Hari Darsan Ki Pyasi Ankhiyan”
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
देखियो चाहत कमल नैन को
देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी
निसदिन रहेत उदासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी
निसदिन रहेत उदासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
केसर तिलक मोतीयन की माला, ब्रिन्दावन को वासी
केसर तिलक मोतीयन की माला, ब्रिन्दावन को वासी
नेह लगाए त्याग गए तन सम
नेह लगाए त्याग गए तन सम
डाल गए गर फँसी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
केसर तिलक मोतीयन की माला, ब्रिन्दावन को वासी
नेह लगाए त्याग गए तन सम
नेह लगाए त्याग गए तन सम
डाल गए गर फँसी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
काहू के मन की कोवु न जाने, लोगन के मन हासी
काहू के मन की कोवु न जाने, लोगन के मन हासी
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन, लेहो करवट कासी
अखियाँ हरि दरसन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
काहू के मन की कोवु न जाने, लोगन के मन हासी
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन
सूरदास प्रभु तुम्हारे दरस बिन, लेहो करवट कासी
अखियाँ हरि दरसन की प्यासी
हरी दर्शन की प्यासी अखियाँ
हरी दर्शन की प्यासी
देखियो चाहत कमल नैन को
देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
देखियो चाहत कमल नैन को, निसदिन रहेत उदासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी
अखियाँ हरी दर्शन की प्यासी