थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ मीराबाई भजन लिरिक्स The To Palak Ughado Dinanath Bhajan थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ मीराबाई भजन लिरिक्स (हिन्दी) थे तो पलक उघाड़ो दीनानाथ, सेवा में दासी कब से खड़ी।। साजन दुसमण होय बैठ्या, लागू सबने कड़ी, आप बिना मेरो कुन धणी है, नाव समंद में पड़ी, सेवा में दासी कब […]