कावड़ियाँ था कावड़ियाँ हु कावड़ियाँ ही रहुगा लिरिक्स kawadiya tha kawadiyan hu kawadiyan hi rahuga कावड़ियाँ था कावड़ियाँ हु कावड़ियाँ ही रहुगा लिरिक्स (हिन्दी) आठो पेहर गांव शहर, गांव शहर आठो पेहर, भोले बाबा की जय जय कहुगा, कावड़ियाँ था कावड़ियाँ हु कावड़ियाँ ही रहुगा, देखना भोले पाँव के छाले मस्तक पे शिव धुनि लगा […]