उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या लिरिक्स
ulajh mat dil bharo me bharo ka bhrosa kya
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या लिरिक्स (हिन्दी)
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या,
सहारे छुट जाते है सहरो का बरोसा क्या,
तमनाये जो तेरी है फुहारे है वो सवान की,
फुहारे है सुक जाती है फुकारो का भरोसा क्या
दिलासे यो यहाँ के सभी रंगिन नजारे है,
नजारे रूसे जाते है नजारों का भरोसा क्या,
इन्ही रंगीन गुबारों पर आरे दिल क्यों फ़िदा होता,
गुबारे फुट जाते है दुबारो का भरोसा क्या,
तू हरी का नाम लेकर के किनारों से किनारा कर,
किनारे कूट जाते है किनारों का भरोसा क्या,
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उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या
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उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या Lyrics Transliteration (English)
ulajha mata dila bahAro meM bahAro kA bharosA kyA,
sahAre ChuTa jAte hai saharo kA barosA kyA,
tamanAye jo terI hai phuhAre hai vo savAna kI,
phuhAre hai suka jAtI hai phukAro kA bharosA kyA
dilAse yo yahA.N ke sabhI raMgina najAre hai,
najAre rUse jAte hai najAroM kA bharosA kyA,
inhI raMgIna gubAroM para Are dila kyoM pha़idA hotA,
gubAre phuTa jAte hai dubAro kA bharosA kyA,
tU harI kA nAma lekara ke kinAroM se kinArA kara,
kinAre kUTa jAte hai kinAroM kA bharosA kyA,
उलझ मत दिल बहारो में बहारो का भरोसा क्या Video
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