इन्द्रियस्येन्द्रियस्यार्थे रागद्वेषौ व्यवस्थितौ । तयोर्न वशमागच्छेत्तौ ह्यस्य परिपन्थिनौ ॥
इन्द्रियस्येन्द्रियस्यार्थे रागद्वेषौ व्यवस्थितौ । तयोर्न वशमागच्छेत्तौ ह्यस्य परिपन्थिनौ ॥

इन्द्रियस्येन्द्रियस्यार्थे रागद्वेषौ व्यवस्थितौ |
तयोर्न वशमागच्छेत्तौ ह्यस्य परिपन्थिनौ || 34||

indriyasyendriyasyārthe rāga-dveṣhau vyavasthitau
tayor na vaśham āgachchhet tau hyasya paripanthinau

Audio

भावार्थ:

इन्द्रिय-इन्द्रिय के अर्थ में अर्थात प्रत्येक इन्द्रिय के विषय में राग और द्वेष छिपे हुए स्थित हैं। मनुष्य को उन दोनों के वश में नहीं होना चाहिए क्योंकि वे दोनों ही इसके कल्याण मार्ग में विघ्न करने वाले महान्‌ शत्रु हैं॥34॥

Translation

The senses naturally experience attachment and aversion to the sense objects, but do not be controlled by them, for they are way-layers and foes.

English Translation Of Sri Shankaracharya’s Sanskrit Commentary By Swami Gambirananda

See also  एहसान तेरे प्रभु चूका ना सकूँ भजन लिरिक्स

Browse Temples in India

Recent Posts

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय-3 : कर्म योग (Bhagavad Gita Chapter 3 in Hindi)

कर्म योग भगवद गीता का तीसरा अध्याय है। इसमें भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन को समझाते हैं कि केवल ज्ञान से नहीं, बल्कि निष्काम कर्म से मुक्ति प्राप्त होती है। मनुष्य को अपने कर्तव्य का पालन अवश्य करना चाहिए।जो लोग कर्म…

श्रीमद्भगवद्गीता अध्याय-2 : सांख्य योग (Bhagavad Gita Chapter 2 in Hindi)

सांख्य योग भगवद गीता का दूसरा अध्याय है। इसे गीता का हृदय भी कहा जाता है क्योंकि इसमें आत्मा का स्वरूप, नश्वर और अमर तत्वों का भेद, कर्तव्य पालन का महत्व और निष्काम कर्मयोग की शिक्षा दी गई है।…

Shri Atmavireshwar Mahadev Temple – Varanasi

Shri Atmavireshwar Mahadev Temple is one of the prominent and sacred Shiva temples in Kashi (Varanasi), Uttar Pradesh. Dedicated to Lord Shiva in the form of Atmavireshwar, this temple is part of the famous Kashi Khand temples mentioned in…

था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

गणपति बप्पा के भक्तों के लिए प्रस्तुत है एक सुंदर राजस्थानी शैली में रचा गया भजन – “था आया सूं सुधरे काज पधारो कीर्तन में गणराज”। इस भजन में भक्त गणराज श्री गणेश जी से निवेदन करता है कि…

शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“शरण में आ पड़ा तेरी प्रभु मुझको भुलाना ना” एक अत्यंत भावुक और आत्मा को छू जाने वाला भजन है, जिसे मधुर स्वर में सुधांशु जी महाराज ने प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत प्रभु श्रीहरि की शरणागति, करुणा…

ओ अवसर हे राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे Lyrics, Video, Bhajan, Bhakti Songs

“ओ अवसर है राम भजन रो सुता कोई मत रिज्यो रे” एक अत्यंत प्रेरणादायक राम भजन है जिसे सुखदेव जी महाराज ने अपनी भावपूर्ण वाणी से प्रस्तुत किया है। यह भक्ति गीत जीवन की नश्वरता और राम नाम की…