कन्हैया काहे सताते हो लिरिक्स kanhiya kahe satate ho कन्हैया काहे सताते हो लिरिक्स (हिन्दी) कन्हैया काहे सताते हो कभी कंकरिया मार तोड़े मटकी हमार कभी माखन चुराते हो कन्हैया काहे सताते हो कभी कंकरिया मार तोड़े मटकी हमार गईया चराते हो यमुना किनारे तेरे ही जैसे सखा तेरे सारे रोके रस्ता कभी चोटी खीचे […]