Ye Sare Khel Tumhare Hai Jag Kahta Khel Naseebo Ka
Ye Sare Khel Tumhare Hai Jag Kahta Khel Naseebo Ka

Harminder Singh Romi Bhajan – Ye Sare Khel Tumhare Hai Jag Kahta Khel Naseebo Ka

ये सारे खेल तुम्हारे है
जग कहता खेल नसीबों का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ मांगू
मैंने सुना तु यार गरीबों का

तेरी दीन सुदामा से यारी
हमको ये सबक सिखाती है
धनवानों की ये दुनियां है
पर तु निर्धन का साथी है
दौलत के दीवाने क्या जाने
तु आशिक़ सदा गरीबों का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ  मांगू
मैंने सुना तु यार गरीबों का

तुने पत्थर से बहार आकर
धन्ना का रोट भी खाया था
तुने हाली बन धन्ना के
खेतों में हल भी चलाया था
तेरी इसी अदा से जान गया
तु पालन हार गरीबों का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ  मांगू
मैंने सुना तु यार गरीबों का

नरसी ने दौलत ठुकराकर
तेरे सा बेटा पाया था
तुने कदम कदम पर कान्हा
बेटे का धरम निभाया था
कोई माने या प्रभु ना माने
तु पालन हार गरीबो का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ  मांगू
मैंने सुना तु यार गरीबों का

प्रभु छमा करो रोमि सबको
तेरी राज की बात बताता है
तु सिक्के चांदी के देकर
हमे खुद से दूर भगाता है
तेरी इसी अदा से जान गया
तुझको विश्वाश गरीबों का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ  मांगू
मैंने सुना तु यार गरीबों का

हम तुमको तुम से मांग के ही
तेरी ये बाज़ी जीतेंगे
तेरे चरणों में रोमि के
अब दिन सावरिया बीतेंगे
हम दीन हीन दुखियारे है
तु दातार है गरीबों का
मैं तुझसे दौलत क्यूँ  मांगू

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